मुसलसल हम,गैरों पर नजरें रखते रहे । क्या मालूम था इस साजिश में तुम भी शामिल हो। कर देता कोई हवा-ख्वाह खबर हमें तो तेरे रंज के हम शिकार न होते । ©Bhim Singh रघुबीर सिंह रघुबीर सिंह रघुबीर सिंह #alone