कभी तेरे चेहरे पर निखर जाऊँ भोर बन कर कभी तेरे लबों पर उतर आऊँ धनक बन कर कभी तेरी आँखों में चमकूँ मैं उम्मीद बन कर कभी तेरे ख़्वाब में खिल जाऊँ भोर बन कर कभी महकूँ तेरे गेसुओं पर इत्र बन कर कभी चमकूँ तेरे माथे पर चाँद बन कर कभी तेरी अंगूठियों में दमकूँ पन्ना बन कर कभी तेरी हथेलियों में उतरूँ दुआ बन कर कभी तेरे सीने में उठूँ साँस बन कर कभी तेरी आगोश में समा जाऊँ यकीन बन कर कभी छू लूँ तेरी बाँहें ताबीज़ बन कर कभी तेरे लम्स में मिल जाऊँ उन्स बन कर कभी तेरे जिस्म से सिल जाऊँ लिबास बन कर और तेरी रूह में रह जाऊँ मैं तज्लली बन कर तू इश्क है तू इबादत है #tales