वो बहती मिली जल की धार में वीरता भरी उसकी कहानी थी, लड़ती रही स्वराज के लिए जब तक मौत न उसको आनी थी, माँ बनने के सुख की खुशियां भी अब उससे छीन जानी थी, जब पुत्र को उसके अपनो की ही मनहूस नजर लग जानी थी, खूब लड़ी मरदानी वो तो झांसी वाली रानी थी। पति के साएं को भी उसके पल भर मिली जवानी थी, चंद लम्हों में ही उससे ये खुशी भी अब छीन जानी थी, मौत महाराज की राज्य के लिए दुखदाई महामारी थी, रश्मों को छोड़ कर्तव्य को निभाने की जिसने ठानी थी, खूब लड़ी मरदानी वो तो झांसी वाली रानी थी। विदेशी घुसपैठियों की रग-रग जिसने बाखूबी पहचानी थी, मातृभूमि के लिए बलिदान को जो रानी हर पल दीवानी थी, अपनी काबिलियत से बागडौर जिसने राज्य की संभाली थी, जिसके सामने अंग्रेज़ो को हर वक्त मुँह की खानी थी, खूब लड़ी मरदानी वो तो झांसी वाली रानी थी। लड़ती रही बेख़ौफ़ वो हर पल शख्शियत वो निराली थी, स्वाभिमान से जिसने अपनी तलवार दुश्मन के सामने तानी थी, शीश नहीं झुके देश का ये बात जो उसने ठानी थी, प्राणों की आहुति दे ज्वाला गले लगा ली थी, खूब लड़ी मरदानी वो तो झांसी वाली रानी थी। देशप्रेम की भावना और होंसले बुलंद उसकी हस्ती निराली थी, जो वीरांगना झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के रूप में सबने जानी थी, इतिहास के पन्नों की सबसे लोकप्रिय यह कहानी थी, एक महिला के अस्तित्व की गहराई सबने पहचानी थी, खूब लड़ी मरदानी वो तो झांसी वाली रानी थी। #RealHeroOfOurCountry #MyInspiration #JhansiKiRaniLakshmiBai #KhubLadiMardaaniWoToJhansiWaliRaniThi naina RAVEENA RAJ Broken heart💔💔 [Shrikant] ATUL KUMAR RATHAUR