है बात क्या शादाब हैं सारे नूर-ओ-कहकशां, छाई ख़ुदा की रहमतें आग़ाज़-ए-शहर-ए-रमज़ां اا शादाब - ख़ुश, कहकशां - सितारों की क़तार, आग़ाज़ - शुरूआत, शहर - महीना #yqdidi #yqbhaijan #yqwriters #yqquotes #yqramzan #yqallah #yqmohammad #yqdua