लेकिन होता भूडोल, बवण्डर उठते हैं, जनता जब कोपाकुल हो भृकुटि चढाती है; दो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो, सिंहासन खाली करो कि जनता आती है । ~ दिनकर ©Jind Jaan #shayri #Shayar♡Dil☆ #Love #suspance #romance #writrups #write #writer #sagarkinare