कुछ मंज़िलें बस मंज़िलें होती हैं पहुँच से किसी की बहुत दूर होती हैं रास्ते बनते नहीं उन तक जाने को कल्पना की उड़ान में हमारी होती हैं 🌹 #mनिर्झरा 24/01/2021 90/365