क्यूँ निराश है ? क्यूँ हताश है ? ज़िंदगी की दौड़ में, बाकी अभी एक आस है... राह जिसमें कुछ भूल हों, पैरों तले बस शूल हों, ना रुक जरा तू बढ़ा कदम, वो मंज़िल भी फिर पास है... जो खो दिया ना सोच तू, क्या पा लिया ये सोच तू, कर प्रयास न हो निराश, फिर जो मिलेगा खास है...!!!🖊️ #IPS