धुंधलाती रोशनी में, भी आंख खुल जाती है । ये , अंधेरे में कोन था ? उस रोशनी को भी भुल जाती है ।। तूफानों की झुंड में , मिल गया किसी सांख का सहारा । हवा का झोंका ही तो था , किसी का गांव उजाड़ गया , तो , किसी की शाम हसीन कर गया ।। ऐसा लगता है, तुम्हें भी हवा लग गई है। #हवालगगई #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi