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आप प्रेम हैं । और प्रितम भी आप ही हैं। आप जीने का

आप प्रेम हैं । 
और प्रितम भी आप ही हैं।
आप जीने का कारण हैं।
और जिवन भी आप ही हैं। 
अब शायद आप ही मेरी मृत्यु हैं।
मगर मेरा मोक्ष भी तो आप ही हैं।

- अमर आज़ाद भारत

©Amar Azad Bharat
   Aap hi hai #aaphihai #UskeHaat