मुस्कान का कोई मोल नहीं होता, *लफ़्ज़ों के इत्तेफाक़ में, यूँ बदलाव करके देख* *तू देख कर न मुस्कुरा, बस मुस्कुरा के देख!* ©Bijender Kumar Gupta #muskaan