ऐसे ही रोज दंगे होते रहेगे यूही खून-पसीने से सीचे हुए घरौदे उजड़ते रहेगे खून की नदियाँ बहती रहेगी पूरा जीवन एक बोझ रहेगा अगर रोकना है इस चक्र को तो अब धार्मिक कट्टरता की इस विकृत मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा उपचार