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"आखरी दफा क्यों जरूरी होता हैं?" जिनको जाना था वो

"आखरी दफा क्यों जरूरी होता हैं?"
जिनको जाना था वो चले गए,
फिर उन्हें अलविदा कहना क्यों जरूरी होता हैं।
करीब थे तो , उनकी क़द्र नहीं,
फिर आखरी दफा रोना भी ,क्यों जरूरी होता हैं?
मालूम हो की न मिलेंगी राहें अपनी,
फिर भी आखरी दफा मिलना ,क्यों जरूरी होता हैं?
शायद!! कुछ अनकहे जज़्बात हो...
या फिर कोई अधूरी बात हो।।
पर जब वाकिफ़ होते हैं, आखरी अंजाम से???
फिर भी हाल-ए-दिल कहना क्यों जरूरी रहता हैं।।
©©
Mulahiza farmayiyega....
अपनी गलतियों को मज़बूरियों का नाम न दो जनाब!!
गलतियां आपसे हुई,
ज़िन्दगी आपकी थी।
कसूर आपका रहा,
फिर भला बेवफ़ा मोहब्बत कैसे हुई? A phase in life when we already know about illation /consequences but we still take that step. And as a result we fall down.
#Love
#broken
#zeher_shayari
#akhri_anzaam
#anzaam
#jarurat
#SS
"आखरी दफा क्यों जरूरी होता हैं?"
जिनको जाना था वो चले गए,
फिर उन्हें अलविदा कहना क्यों जरूरी होता हैं।
करीब थे तो , उनकी क़द्र नहीं,
फिर आखरी दफा रोना भी ,क्यों जरूरी होता हैं?
मालूम हो की न मिलेंगी राहें अपनी,
फिर भी आखरी दफा मिलना ,क्यों जरूरी होता हैं?
शायद!! कुछ अनकहे जज़्बात हो...
या फिर कोई अधूरी बात हो।।
पर जब वाकिफ़ होते हैं, आखरी अंजाम से???
फिर भी हाल-ए-दिल कहना क्यों जरूरी रहता हैं।।
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Mulahiza farmayiyega....
अपनी गलतियों को मज़बूरियों का नाम न दो जनाब!!
गलतियां आपसे हुई,
ज़िन्दगी आपकी थी।
कसूर आपका रहा,
फिर भला बेवफ़ा मोहब्बत कैसे हुई? A phase in life when we already know about illation /consequences but we still take that step. And as a result we fall down.
#Love
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#akhri_anzaam
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#jarurat
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