आज रात #चाँद बादल में छिप तेरा दीदार कर रहा था शायद तेरा अलौकिक सौन्दर्य उसे शर्मसार कर रहा था मैं तो तन्हा ही खड़ा था तेरे इस्तकबाल के लिए अनभिज्ञ था कि वो भी आने का तेरे इंतिज़ार कर रहा था शायद चांदनी की झलक तुझमें तलाश रहा था वो या तेरी दिलकश अदाओं पर खुद को निसार कर रहा था तूने अपने हुस्न का #जादू बिखेरा ही कुछ ऐसा है सुन्दरता का सरताज़ भी तेरे दीद का मोहताज़ लग रहा था #कहो_ना कि तुम चांदनी का कोई रूप तो नहीं हो कि तुझे देख कर चाँद आज रोज़े का इफ़्तार कर रहा है #चौबेजी #चौबेजी #नज़्म #नोजोटो #nojoto #nojotohindi #moon #moonday #idulfitr