राम सिर्फ राम है ... है राम सा ना दूसरा । जीवन एक साधना साध्य सिर्फ राम है । आयोध्या आज धन्य है जो राम फिर से आ गए स्वागत में आज उनके दीप भी जलते गए रह ना सके दूर हमसे पास फिर वो आ गए ज़िन्दगी जीने का वो जो रास्ता सीखा गए राम सिर्फ राम है ... है राम सा ना दूसरा । जीवन एक साधना साध्य सिर्फ राम है । मर्यादा के खातिर जो बार बार छले गए पितृ धर्म निभाने को जो वन को भी चले गए संगिनी को छोड़ जो राजधर्म सीखा गए असत्य पर सत्य की जीत जो बता गए । राम सिर्फ राम है ... है राम सा ना दूसरा । जीवन एक साधना साध्य सिर्फ राम है । राम सिर्फ राम है ... है राम सा ना दूसरा । जीवन एक साधना साध्य सिर्फ राम है । आयोध्या आज धन्य है जो राम फिर से आ गए स्वागत में आज उनके दीप भी जलते गए रह ना सके दूर हमसे पास फिर वो आ गए ज़िन्दगी जीने का वो जो रास्ता सीखा गए