कैसा लगा बरसों बाद मुझसे मिलकर खुश तो हो ना बहुत तुम मुझे छोड़कर याद हमारी भूले से भी कभी आती है या फिर भूल चुके हो साथ गुजारे पल मैं तो हर लम्हा तुम्हें याद किया करती हूं तन्हाइयों में तुमसे ही बात किया करती हूं तुमसे वेवफाई का कभी सिकवा नहीं किया दूर रहकर भी तुम्हें अपने करीब ही पाया तेरे उपस्थिति को महसूस रहे हर पल दर्द में भी सुकून मिलता रहा हमें अक्सर कैसा लगा तुम्हें मेरे मासूम दिल को तोड़कर ©Nilam Agarwalla #औरबताओ