Nojoto: Largest Storytelling Platform

एक एहसास भरी लम्हों के, फरेबी नकाब हो तुम। न मिल

एक एहसास भरी लम्हों के, 
फरेबी नकाब हो तुम। 
न मिलने वाली ❤, ख्वाब हो तुम, 
गर समझो तो खुली किताब हो तुम।। 
शायद, एक उलझी सवाल हो, तुम 
जो कभी तुम्हें समझ न सके 
वो गुमनाम जवाब हैं, हम।।

©Vijay Kumar #sadak  प्यार पर कविता
एक एहसास भरी लम्हों के, 
फरेबी नकाब हो तुम। 
न मिलने वाली ❤, ख्वाब हो तुम, 
गर समझो तो खुली किताब हो तुम।। 
शायद, एक उलझी सवाल हो, तुम 
जो कभी तुम्हें समझ न सके 
वो गुमनाम जवाब हैं, हम।।

©Vijay Kumar #sadak  प्यार पर कविता
vijaykumar3692

Vijay Kumar

New Creator
streak icon6