Nojoto: Largest Storytelling Platform

थक गई हूं मुस्कुराते मुस्कुराते अब जी खोलकर रोना

थक गई हूं मुस्कुराते मुस्कुराते 
अब जी खोलकर रोना है। 
मुझे एक दिन तो सही 
मैं बनकर जीना है। 
मैंने ढाल दिया खुद को 
औरों के मुताबिक, 
एक सफर अब मुझे खुद की
 तलाश में करना है। 
मुझे आईने में खुद को तराशना है, 
मेरी आंखों में दिखती छबि को 
गले से लगाना है। 
थक गई हूं औरों को समझते समझते 
अब बस खुद को समझना है।

©sneha more
  #Hindi  #Myself #tofindyourself