मेरी कलम में इतनी ताकत नही की कर सकु तेरी बढ़ाई , लिखना शुरू करु तो स्याही और कागज़ सारे कम है इस जहान के , जज़्बात इतने है के नही समाँ सकती इन्हें अल्फाजों में , क्योंकि, माँ की ममता और प्यार की तुलना किसी से भी नही की जा सकती हैं। *कृतिका* #mothersday❣️