तुम्हारे बगैर जीने का फैसला कर लिया हैं मैंने अब तुम्हारी याद नहीं आती, ख़ुद को बदल दिया हैं मैंने यूँ खिड़की पर बैठ के, कलम के नोक को तराशती थी उस चिड़िया को सूखनवर बना दिया हैं मैंने - स्वप्निल माने #heartshayari