दोस्त के लिये क्या लिखूॅं? दोस्त ही कलम है, दोस्त ही कागज है, दोस्त ही है शब्द, मेरी कविता के। दोस्त के लिये क्या लिखूॅं? दोस्त से शुरू है, दोस्त से ही अंत है, दोस्त से ही बनती, मेरी कविता है। दोस्त के लिये क्या लिखूॅं? दोस्त ही शान है, दोस्त ही जान है, दोस्त ही है सम्मान, मेरी कविता में। दोस्त के लिये क्या लिखूॅं? दोस्त ही मुस्कान है, दोस्त ही आवाज़ है, दोस्त ही है जीवन, मेरी कविता से। ©Aakansha shukla #Friend