आंधेरे में रेहते रेहते कब उझाले की आहट आयी पता ही नहीं चला ... जिस्म का दर्द कब दिल म उतर गया पता ही नहीं चला... गेरोसे डरते डरते कब अपनोंने दगा दिया पता ही नहीं चला ..! #diaryofriddzzz#patahinahichala