कभी-कभी विधा:-हाइकु:- ************ 1.कभी-कभी यूं स्वयं से बात करो, तुम कौन हो? 2. जहां कहता कीर्ति कमाकर के, तुम सुखी हो। 3. श्रव्य-भवन की खिड़कियां खोलो, सच्ची दु:खी हो। 4.कमियां खोजो, आत्म अदालत में, स्वाँग नहीं हो। 5.दंभ ना करो निज दृष्टि में क्या हो? खुदसे बोलो। --Vimla Choudhary 18/6'/2021 ©vks Siyag #Twowords #कभी_कभी #हाइकु_कोश #यथार्थज्ञान_About_ISLAM #मानवता_और_इच्छाएं #nojotipoem #nojotohindi #nojotonews