जिसे ज्यादा सराहें हम,वही बिल्कुल बिगड़ता है। समय के साथ तेवर में, वही आकर अकड़ता है। करे व्यवहार में अपने, अगर बदलाव ऐसा जो- वही दिल से उतरता है, वही जल्दी बिछड़ता है। #मुक्तक #सराहना #विश्वासी