बहकता चाँद तो होगा।। तू आँचल ओढ़ जो आयी बहकता चाँद तो होगा, मुहब्बत हो गयी तुझसे ये कहता चाँद तो होगा।। तेरी ज़ुल्फ़ें तेरा जुड़ा छुपा बादल जो लायी तू, बरस जा आ मेरे आंगन ये कहता चाँद तो होगा।