जिंदगी से बड़ी कोई सजा ही नही , और क्या जुर्म है पता ही नही । इतने हिस्सो में बंट गया हूँ मैं , मेरे हिस्से में कुछ बचा ही नही । ऐ ज़िन्दगी , मौत तेरी मंजिल है, दूसरा कोई रास्ता ही नही । जिसके कारण फसाद होती है, उसका कोई आता पता ही नही । ज़िन्दगी से बड़ी कोई सजा ही नही.. #life #zindagi #arnavgoswami #rbharat