Nojoto: Largest Storytelling Platform

ना लोगो की गवाही मांगी थी औऱ ना तो गीता पर हाथ र

ना लोगो की गवाही मांगी थी 
औऱ ना तो गीता पर हाथ रखकर
 कसम खानी थी और 
ना ही वक़्त की पाबंदी थी
औऱ ना ही कुछ माँगा था उनसे हमने 
इस प्यार की अदालत मे 
प्यार ही तो माँगा था बस हमने 
फिर भी हार गए हम 
क्युकी उन्होंने मेरे प्यार तो जाना ही नहीं 
बस रुला कर चली गई ।।

©Shashank Rajput #dilkiadalat
ना लोगो की गवाही मांगी थी 
औऱ ना तो गीता पर हाथ रखकर
 कसम खानी थी और 
ना ही वक़्त की पाबंदी थी
औऱ ना ही कुछ माँगा था उनसे हमने 
इस प्यार की अदालत मे 
प्यार ही तो माँगा था बस हमने 
फिर भी हार गए हम 
क्युकी उन्होंने मेरे प्यार तो जाना ही नहीं 
बस रुला कर चली गई ।।

©Shashank Rajput #dilkiadalat