#MessageOfTheDay कागज के सीने पर लिखता ना कोई व्यक्ति विशेष हूं मै अपने मन के भाव संजोकर जो दिखलाता "शैलेश" हूं मैं ना पारंगत इस विद्या में नाम नहीं पहचान नहीं है मुझको कवियों की शैली का किंचित भर भी ज्ञान नहीं है मन को भर दे जो खुशियों से मानो वहीं संदेश हूं मै अपने मन के भाव संजोकर जो दिखलाता "शैलेश" हूं मै शब्दकोष से शब्द चुराकर गीतो का आकार गढू एक माला में इन्हें पिरोकर ये सपने साकार करू रुका नहीं इस पथ पर अब भी शायद थोड़ा शेष हूं मै अपने मन के भाव संजोकर जो दिखलाता "शैलेश" हूं मै मेरी माला के फूलों पर प्रथम अधिकार उन्हीं का है जो मुझको दुनिया में लाए जिनसे जीना सीखा है उन चरणों मै करू समर्पित जिनका बाकी अवशेष हूं मै अपने मन के भाव संजोकर जो दिखलाता "शैलेश" हूं मैं ©Shailesh Aggarwal मेरा परिचय #Messageoftheday