लक्ष्य छोटा हो, चाहे बड़ा- स्वर्ग और मुक्ति की यश, धन अथवा कीर्ति की, मनुष्य को संतुलन मन्द-गति से, लगन के साथ धैर्यपूर्वक साधना है। साधना