Alone and You ( ग़ज़ल ) ऐसे जो मुह लटका के आये हो तुम, लगता है मुहब्बत के सताए हो तुम। दिल लगाने को तो सारा जहां बाकी है, अभी से ही इतना क्यों घबराए हो तुम। यूँ एक ठोकर से सफ़र खत्म नहीं होता, नये हो, अभी तो सफ़र में आये हो तुम। मुहब्बत से हार कर इतना उदास क्यों हो, अभी तो इश्क़ की दुनिया मे आये हो तुम। सब का प्यार मुकम्मल नहीं होता है, मुहब्बत में अकेले नहीं हारे हो तुम। अपना इरादा ऐसे बुलंद रखना की, जैसे: दुनिया को जीतने आये हो तुम। #nojoto#ghazal ( ग़ज़ल ) ऐसे जो #मुह लटका के आये हो तुम, लगता है मुहब्बत के #सताए हो तुम। #दिल लगाने को तो #सारा_जहां बाकी है, अभी से ही इतना क्यों #घबराए हो तुम।