मेरी महक इन फिज़ाओं में छोड़ जाऊंगी मै रहूं ना रहूं अपनी यादों से तुझे सताऊंगी मै आम नहीं तेरे लिए खुद को तुझसे दूर कर तुझे एहसास दिलाऊंगी हा कोई अनकहा अनजाना सा रिश्ता जुड़ा है तुझसे इस जनम क्या अगले सात जनम इसे ना तोड़ पाऊंगी तेरे बिना अधूरी हूं मैं पुरवाई से पैगाम भिजवाऊंगी महसूस कर लेना चाहत मेरी तेरी मौजूदगी हवाओं में मान कर उनकी बांहों से लिपट जाऊंगी तड़पेगा शायद तू भी जिस तरह मै आज तड़प रही हूं चाहती नहीं आंसू तेरे पर रोएगा तू भी जिस तरह आज मै बिलख रही हूं ishu........ #Rok_nahi_paye #दर्द#यांदे 😔😔🤐🤐🤐