रज श्री राधे की oooo किशोरी तेरी रज में रंज्यो मन म्हारो कण कण में छवि बाल कृष्ण की टक टक देखु निहारुँ ooooo किशोरी तेरी रज में रंज्यो मन म्हारो मीरा और रसखान नें चख्यो जो वो अमृत रस पान करुँ ooooo किशोरी तेरी रज में रंज्यो मन म्हारो गोपियन के संग रास रचूंगी भर भर ग़ुलाल ऊंचारु ooooo किशोरी तेरी रज में रंज्यो मन म्हारो सखी री तेरी रज में रंज्यो मन म्हारो ©Mukesh kolasariya #bhajan# Shree radha