झाड़ियाँ नफरत की ,बोते हैं बो जाने दो डूबना गर किस्मत है तो ये भी हो जाने दो जान भी ले ले देते हैं ये हक भी तुमको दिल अगर रोता भी है तो क्या ,रो जाने दो जिन्दगी ने दुत्कारा हमको बेदर्दी से मौत की बाहों में खोना है खो जाने दो धडकनें वो सब चलती हैं जो देख तुझको खींच ले सीने से उन्हें ,मुझको जाने दे मैं बयां करती भी हूँ तो क्या हासिल होगा गम मिरा चीखें सन्नाटों की हो जाने दे sapna manglik #shayri#brokenheart#sapnawritesup