चमड़े के बटुए, शहर में बेटों के ज़ेब भरा करती हैं, गाँव में आज़ भी माँ गुल्लक में पैसे भरा करती हैं! prem_nirala_ चमड़े के बटुए, शहर में बेटों के ज़ेब भरा करती हैं, गाँव में आज़ भी माँ गुल्लक में पैसे भरा करती हैं! #prem_nirala_