मैं अपनी ही सब आदतों की, बुराई करता रह गया गैरो का फ़ायदा अपना, नुकसान करता रह गया... वो मसरूफ़ थीं किसी के चेहरे की मुस्कान बनने में एक रोज़ मेरे वो आंसू पोंछेगी, सोच मैं आसू बहाता रह गया... ©tera u chhod jaana #Wood