मिल चुकी है अनजान थी जो राहें, लेकिन मिलने को तरसते ताके निगाहें, इंतजार में खड़ा हूं फैलाए बाहें, और चाहे जो कहें दुनिया हम तो बस तुम्हीं को चाहें। मिल चुकी है अनजान थी जो राहें, लेकिन मिलने को तरसते ताके निगाहें, इंतजार में खड़ा हूं फैलाए बाहें, और चाहे जो कहें दुनिया हम तो बस तुम्हीं को चाहें। #yqdidi #yqhindi #yqlove #yqthoughts #yqshayari #love #yq_gudiya #loveshayari