आँखों ही आँखों में, यूं प्यार होता है। बातों ही बातों में, तकरार होता है। ये कैसी पहेली है, न हमको, न तुमको, पता है, पता है, पता है।। आँखें शराबी होती हैं, ये किसको नही पता है। नजरें मिलते ही, क्या, मिरिकल करता है। आँखों में आके तुम, नीदें ले जाते हो, सपनों में छा के तुम, फिर खो जाते हो, ये कैसी पहेली है, न हमको, न तुमको, पता है, पता है, पता है।। #My1stPoem #YQdidi #YQbaba #आँखों ही आँखों में, यूं #प्यार होता है। #बातों ही बातों में, #तकरार होता है। ये कैसी #पहेली है,