ऐसी क्या कसीश है तेरे प्यार मै प्रिये, रात भर जागे हैं तेरे इंतज़ार में प्रिये चंद्र की चांदनी ओर सूर्य की लालिमा सी तेरी मुस्कान प्रिये // तेरी मुस्कान प्रिये