मोहताज नहीं मैं तुम्हारी, झूठी-मूठी प्रशंसा का ना ही मैं तुमसे मीठे वचनों की आस लगाता हूँ मेरे विचार हैँ मेरा प्रतिबिम्ब, जिनपर मैं हर्षाता हूँ सत्य बोलकर भविष्य निर्धारण से, कभी नहीं इतराता हूँ कलम,विचार, कागज सब हैँ,उनको अपना मीत बनाता हूँ मैं अपने ही अंतर्मन को अपने गीत सुनाता हूँ फर्क नहीं पड़ता मुझको, दुनिया के आडंबर से ना ही किसी के कहने पर मैं अपनी राह बनाता हूँ अपनी मंजिल की मार्ग प्रशस्ति खुद करता हूँ रंगबाज जो छुपे हुए, उन चेहरों की पुष्टि करता हूँ असत्यता का साथ छोड़कर, वास्तविकता अपनाता हूँ मैं अपने ही अंतर्मन को अपने गीत सुनाता हूँ तुम चाँद सही पर, मैं स्वछंद गगन का तारा हूँ ना रौशनी मेरी ज्यादा है, ना बजूद मेरा है स्थायी स्थायित्व के इस गंठ जोड़ से खुद को दूर भगाता हूँ तुम चाँद हो फिर भी लगे लांछन, मैं बिन लांछन रह जाता हूँ लांछन विहीन तारा बनना, इस भाग्य पर मैं इठलाता हूँ मैं अपने ही अंतर्मन को अपने गीत सुनाता हूँ #mr_1 #nojoto #pic #photo #love #antrmn #vairagi #simple #chand #thought #poem #thoughts करिश्मा राठौर