परीक्षा टल रही है सभाएं तो चल रहीं है। लाशें जल रही है आँखे नम हो रहीं है। अपने छूट रहें हैं पराये भी पूछ रहें है। दम तो घूँट रहे है अस्पताल लूट रहें है। स्थिती बिगड़ रही है कोरोना जकड़ रही है। शहरे बंद हो रहीं है मानो जंग हो रही है। शादियाँ टल रहीं है मजबूरियाँ बढ़ रही हैं। कुछ जीत रहें है तो कुछ हार भी रहें हैं। नियम तोड़ रहें है कुछ बात मान भी रहे है। -Himanshu Kr. Ojha #lockdown #lockdowndiary #delhi #mumbai #corona #coronavirus