जहाँ में और कहाँ मेरा ठिकाना होगा लौट के फिर से इसी जिस्म में आना होगा । ये रस्मे-जिन्दगी माना नहीं गवारा पर यही दस्तूर है, हमको भी निभाना होगा । ~ निदाघ शायद ऐसी ही है यह ज़िन्दगी... #NojotoHindi #shayari #kavishala #qoutes #life #motivation #sher #ghazal #zindagi #eveningquote