Nojoto: Largest Storytelling Platform

Something sensitive Read in caption आज जिस मुद

Something sensitive 


Read in caption  आज जिस मुद्दे पर बात करने जा रही हूँ उसके विषय में पहले ही बता देती  हूँ  कि थोड़ा संवेदनशील है ,जिस पर हमारे समाज में शायद बहुत कम बात की जाती है ।और कुछ संगठनों की वजह से शायद इस पर बात भी की जाती होगी जिसका नाम है एड्स ;

AIDS जिसका पूरा नाम है एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम है

एड्स जिस के विषय में लोग अधिकांशतया जानते हैं मगर फिर भी अनभिज्ञ रहते हैं ।कुछ भ्रांतियाँ है इस रोग के बारे में ,जैसे कि इसे सदैव यौन संचारित रोग माना जाता है। जबकि  यह पूर्णतया सच नहीं है, हमारे समाज में फैली भ्रांतियों का कारण कहीं ना कहीं यौन शिक्षा का अभाव है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर कोई भी बात नहीं करना चाहता हमारे समाज में।जबकि यह हमारे जीवन और स्वास्थ्य का एक हिस्सा है ,खैर मैं मुद्दे से भटकना नहीं चाहूँगी ,आज बात सिर्फ एड्स पर केंद्रित करूँगी यह एक स्वयं कोई रोग नहीं बल्कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को नष्ट करता है  जिसे व्यक्ति को साधारण खाँसी,ज़ुकाम,बुख़ार भी भयानक लगने लगता है ।बायोलॉजी के स्टूडेंट होने की वजह से हमने इसे सिलेबस में भी काफी पड़ा है मगर सब कुछ हमें ख़ुद ही पढ़ना पड़ा था। आज भी बायोलॉजी के कितने सारे चैप्टर skip कर दिए जाते हैं..

वैसे एड्स होने के मुख्य कारणों में से एक भले ही असुरक्षित यौन संबंध हो ,मगर इसके अन्य कारण भी हैं जैसे संक्रमित व्यक्ति से खून लेना या संक्रमित सुई ब्लड का उपयोग माता से शिशु में आदि।
Something sensitive 


Read in caption  आज जिस मुद्दे पर बात करने जा रही हूँ उसके विषय में पहले ही बता देती  हूँ  कि थोड़ा संवेदनशील है ,जिस पर हमारे समाज में शायद बहुत कम बात की जाती है ।और कुछ संगठनों की वजह से शायद इस पर बात भी की जाती होगी जिसका नाम है एड्स ;

AIDS जिसका पूरा नाम है एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम है

एड्स जिस के विषय में लोग अधिकांशतया जानते हैं मगर फिर भी अनभिज्ञ रहते हैं ।कुछ भ्रांतियाँ है इस रोग के बारे में ,जैसे कि इसे सदैव यौन संचारित रोग माना जाता है। जबकि  यह पूर्णतया सच नहीं है, हमारे समाज में फैली भ्रांतियों का कारण कहीं ना कहीं यौन शिक्षा का अभाव है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर कोई भी बात नहीं करना चाहता हमारे समाज में।जबकि यह हमारे जीवन और स्वास्थ्य का एक हिस्सा है ,खैर मैं मुद्दे से भटकना नहीं चाहूँगी ,आज बात सिर्फ एड्स पर केंद्रित करूँगी यह एक स्वयं कोई रोग नहीं बल्कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को नष्ट करता है  जिसे व्यक्ति को साधारण खाँसी,ज़ुकाम,बुख़ार भी भयानक लगने लगता है ।बायोलॉजी के स्टूडेंट होने की वजह से हमने इसे सिलेबस में भी काफी पड़ा है मगर सब कुछ हमें ख़ुद ही पढ़ना पड़ा था। आज भी बायोलॉजी के कितने सारे चैप्टर skip कर दिए जाते हैं..

वैसे एड्स होने के मुख्य कारणों में से एक भले ही असुरक्षित यौन संबंध हो ,मगर इसके अन्य कारण भी हैं जैसे संक्रमित व्यक्ति से खून लेना या संक्रमित सुई ब्लड का उपयोग माता से शिशु में आदि।