जिस बुत पे फ़िदा हो गए, जान जिस पे लूटा दी, उसने भी बिछड़ते हुए जीने कि दुआ दी By : Abbas Qamar ©Manku Allahabadi बुत ........................................ जिस बुत पे फ़िदा हो गए, जान जिस पे लूटा दी, उसने भी बिछड़ते हुए जीने कि दुआ दी