Nojoto: Largest Storytelling Platform

बड़ी बेदर्दी से बेखौफ़ होकर ज़िंदा शरीर को जलाया हैं

बड़ी बेदर्दी से बेखौफ़ होकर ज़िंदा शरीर को जलाया हैं
रूह को कफ़स (पिंजरा) में जकड़ने का घोर प्रपंच और कहा

द्रौपदी की जन्मभूमि में महाभारत की ललकार गूंजती हैं
देश को चीरहरण के लहू से रंगने वाली नदियाँ और कहा

चील को अक्सर हमने बंजर शाखाओ पे बैठे देखा हैं
इंसान के ज़ुल्म को ताकने की इससे अच्छी जगह और कहा

शर्मिंदगी से सन्नाटे का मातम छाया हुआ हैं
इंसाफ की गुहार लगाती ऐसी चीख और कहा

कुत्ते भी दरिंदो की हैवानियतो को बखूबी सूंग लेते हैं
इस जहाँ में इंसान से बड़ा दरिंदा और कहा
. #kyabaat #spokenstudios2
बड़ी बेदर्दी से बेखौफ़ होकर ज़िंदा शरीर को जलाया हैं
रूह को कफ़स (पिंजरा) में जकड़ने का घोर प्रपंच और कहा

द्रौपदी की जन्मभूमि में महाभारत की ललकार गूंजती हैं
देश को चीरहरण के लहू से रंगने वाली नदियाँ और कहा

चील को अक्सर हमने बंजर शाखाओ पे बैठे देखा हैं
इंसान के ज़ुल्म को ताकने की इससे अच्छी जगह और कहा

शर्मिंदगी से सन्नाटे का मातम छाया हुआ हैं
इंसाफ की गुहार लगाती ऐसी चीख और कहा

कुत्ते भी दरिंदो की हैवानियतो को बखूबी सूंग लेते हैं
इस जहाँ में इंसान से बड़ा दरिंदा और कहा
. #kyabaat #spokenstudios2
raqibano7079

raqibano

New Creator