#तेरे_मेरे_दरमियाँ कुछ तो बात थी कुछ तो खास थी लफ़्ज़ों की लहर मैं, जज्बातों मैं डूबती सी, दरमियाँ तैरती खामोशियो पर सिर्फ सुनो तो का असर होता है मेरी तमाम उलझने सुलझ जाती है जब तेरी उंगलिया मैं मेरी उंगलिया उलझ जाती है फिर भी बहुत कुछ था तेरे मेरे दरमियाँ जैसे सागर के किनारे के बीच मैं बेहिसाब लहरे बहती है #love #quotes #shayri