Nojoto: Largest Storytelling Platform

बंद कमरे झांकती खिड़की से धूप आयी शायद मेरी शिसक द

बंद कमरे झांकती खिड़की से धूप
आयी  शायद मेरी शिसक देखने

खामोश धड़कन सुगबुगाती यादें कुसी
आयी ना शायद  बंद से दरवाजे देखने

धूप भी समेट रही है खुदको, शायद छाये का असर है
खींच ली पैर खुदकी , शायद मेरे अंधेरे के डर के असर है

.....कुन्दन
(2019) #KuSi
बंद कमरे झांकती खिड़की से धूप
आयी  शायद मेरी शिसक देखने

खामोश धड़कन सुगबुगाती यादें कुसी
आयी ना शायद  बंद से दरवाजे देखने

धूप भी समेट रही है खुदको, शायद छाये का असर है
खींच ली पैर खुदकी , शायद मेरे अंधेरे के डर के असर है

.....कुन्दन
(2019) #KuSi
kivikundan6814

Kuna Poetry

New Creator