#OpenPoetry काश जूता मेरा बोल पाता, तो शायद मुझे हर ठोकर से बचाता। रोज मुझे मेरी बेढंगी चाल पे सुनाता। अनजानी गलियों से मेरा तालुकात कराता। जब भी कभी कोई मैं राह भटकता, तब सड़क में खड़े लोगों से पूछ, मुझे सही राह बताता । अगर जूता मेरा बोल पाता, तो वो मेरा सबसे अच्छा दोस्त बन जाता। #OpenPoetry #kaash #joota #fun #friend