माँ "माँ तेरी हर बात निराली, तुझसे ही जीना सीखा है बचपन में थामे उंगली को चलना तूने सिखाया है, यूँ.. ही ना कहते तुझको जगजननी, तुझसे सारा संसार है माँ, कर्म-धर्म हर वर्ण की बातें, तुझसे ही सुनते आये हैं, जो लग जाये चोट मुझे या तप रही हूं मैं अंगारो जैसी, रात-रातभर जग- जगकर तूने हर पल रखा ख्याल मेरा है, तू है प्यारी तू है न्यारी, तुझसा ना अनमोल कोई जीवन का तू सार बताती, मेरा संसार तुझी मे है हाँ तेरी परछाई हूँ माँ मैं, मेरा संसार तुझी में है।" #secondquote #secondquotebyme #secondquoteofmine #maa #maakikuchbaatein