दरवाजे खोलो घर के , मै आसमां लाया हूँ , मां तुम देखो, आज मै चांद लाया हूँ । अभी जलाए ही थे मैंने सारे कागज उसके नाम के , डाकिया कहता है मैं उसका खत लाया हूँ । अब इससे ज्यादा कायदे क्या निभाऊंगा जंग में , दुश्मनों की लाश को भी घर छोड़ कर आया हूँ । #love #yq #hindi #rahatindori #kumarvishvash #hindishayari #nojotoshyarai