क्या कहेंगे लोग, सोचता हूँ तो ठहर जाता हूँ , क्या कहेंगे लोग , यही सोचकर जो करना चाहता हूँ , कर नही पाता हूँ , दर्द चाहे जितना भी हो , चुपचाप से सह जाता हूँ , क्या कहेंगे लोग , यही सोचकर बहुत कुछ खो चुका हूँ , लोगो से कह दो अब मैं बड़ा हो चूका हूँ , अब एक न सुनूँगा , दिल में जो आए वो करूँगा , जान चुका हूँ मैं , और न सहूंगा , कहने दो लोगो को जो वो कहते है , बहुत सह लिया अब नही सहना , बात बस यही है अब, कुछ तो लोग कहेंगे , लोगो का काम है कहना ।। #logkyakhenge