साँसों की गर्दिशों तले गुजर रही जिंदगी मेरी, आओ न!इन साँसों को कोई मुकाम दे जाओ। साँसों की #गर्दिशों #तले #गुजर रही #जिंदगी मेरी, आओ न! इन #साँसों को कोई #मुकाम दे जाओ।